बाल विवाह मुक्त भारत के आह्वान पर निवेदिता फाउंडेशन ने कोरबा जिले के ग्राम लबेद के हाई स्कूल मे शपथ ग्रहण का आयोजन किया
सक्ति। जिले में पिछले २०३० तक बाल विवाह रुकवाने वाले गैर सरकारी संगठन निवेदिता फाउंडेशन ने कहा, इस अभियान से बालविवाह के खात्मे की लड़ाई को मिलेगी गति
• शपथ ग्रहण में पंचायत प्रतिनिधियों व शिक्षकों सहित बड़ी संख्या में शामिल आम लोगों ने ली बालविवाह के खिलाफ शपथ
• विवाह संपन्न कराने वाले पंडितों व मौलवियों समेत धार्मिक नेताओं हलवाइयों, बैंडबाजा वालों सहित सभी हितधारकों ने किया अभियान का समर्थन
• निवेदिता फाउंडेशन एवं एकता ग्राम विकास समिति द्वारा बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैर सरकारी संगठनों के गठबंधन ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ का सहयोगी संगठन है
भारत सरकार के ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ के आह्वान के समर्थन में गैर सरकारी संगठन निवेदिता फाउंडेशन एवं एकता ग्राम विकास समिति ने कोरबा जिले में बालविवाह के खिलाफ ५० ग्रामों में जागरूकता व शपथ ग्रहण कार्यक्रमों का आयोजन किया जिसमें समाज के हर तबके के लोग शामिल हुए। इस दौरान ग्राम लबेद में बाल विवाह पीड़िताओं, महिलाओं, बच्चों व पुरुषों सहित ५० लोगों ने बालविवाह के खिलाफ शपथ ली और जागरूकता के प्रसार के लिए जिम्मेदारी ली । इस दौरान पुरोहितों, मौलवियों, हलवाइयों, रसोइयों, सजावट, बैंडबाजा वालों व शादी का कार्ड छापने वाले प्रिंटिंगप्रेस के मालिकों जैसे विवाह से जुड़े सभी हितधारकों ने शपथ ली कि वे बालविवाह संपन्न कराने में किसी भी तरह से भागीदारी नहीं करेंगे और इसकी सूचना तत्काल संबंधित अधिकारियों को देंगे। निवेदिता फाउंडेशन 250 से भी अधिक अग्रणी गैर सरकारी संगठनों के देशव्यापी गठबंधन ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ (जेआरसी) का सहयोगी है जो जिले में बालविवाह की रोकथाम के लिए काम कर रहा है। निवेदिता फाउंडेशन ने स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग व समन्वय से कानूनी हस्तक्षेपों और परिवारों एवं समुदायों को समझा-बुझाकर अकेले 2023-24 में ही जिले में १५० बाल विवाह रुकवाए हैं।केंद्रीय महिला एवं बालविकास मंत्री अन्नपूर्णादेवी द्वारा शुरू किए गए ‘बालविवाह मुक्त भारत’ अभियान का पुरजोर समर्थन करते हुए गैर सरकारी संगठन निवेदिता फाउंडेशन के निदेशक संतन दास मानिकपुरी ने कहा, “यह अभियान हमारे विकसित भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। देश की बच्चियों को शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाए बिना हम इस सपने को पूरा नहीं कर सकते और बालविवाह इसमें सबसे बड़ी बाधा है।बालविवाह की रोकथाम के लिए सभी पक्षों को साथ लेकर चलने और बचाव-संरक्षण एवं अभियोजन नीति पर अमल के मंत्रालय के इस फैसले का हम स्वागत करते हैं। ‘जस्टराइट्सफॉरचिल्ड्रेन’ का सहयोगी संगठन होने के नाते हम पहले से ही इस रणनीति पर काम करते आ रहे हैं। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमने इस जिले में जो अभियान शुरू किया था, वह अब राष्ट्रव्यापी अभियान बन गया है।”इस राष्ट्रव्यापी अभियान का समर्थन करते हुए जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) के संस्थापक भुवन ऋभु ने कहा, “हमने जब यह अभियान शुरू किया था तो यह समस्या को उसकी जड़ से मिटाने के लिए बालविवाह की ऊंची दर वाले राज्यों पर केंद्रित एक लक्षित प्रयास था। एक सुविचारित दृष्टि और रणनीति के साथ शुरू हुआ यह अभियान अब राष्ट्रव्यापी शक्ल ले चुका है और आज देश में सदियों से जड़ें जमाए बैठी इस कुप्रथा के खात्मे के लिए एकजुट है। सरकार ने भारत की बेटियों की पुकार सुनी, उनकी आवाज उठाई और बालविवाह मुक्त भविष्य के सपने की ओर बढ़ने में मदद की, हम उन सभी को धन्यवाद देते हैं।” निवेदिता 250 से भी ज्यादा गैरसरकारी संगठनों के देशव्यापी गठबंधन ‘जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन’ (जेआरसी) का सहयोगी संगठन है जो देश में बाल सुरक्षा तंत्र को मजबूती प्रदान करने व बाल अधिकारों के सुरक्षा व संरक्षण प्रोत्साहन के लिए कार्य कर रहे हैं।कार्यक्रम में मौजूद एक बाल विवाह पीड़िता पार्वती पंडों ग्राम रावा विकास खंड पोडी उपरोड़ा ने इस अपराध के खात्मे के लिए सरकार के संकल्प पर संतोष जताते हुए इस मौके पर कहा, “ मेरे मा बाप ने कम उम्र में शादी कर दी जिसके कारण मुझे परिवार की अतिरिक्त जिम्मेदारी सँभालने पड़ी ।बालविवाह के खिलाफ यह सामूहिक लामबंदी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के ‘बालविवाह मुक्त भारत’ के आह्वान के समर्थन में हुई जिसकी शुरुआत 27 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी नईदिल्ली में केंद्रीय महिला एवं बालविकास मंत्री अन्नपूर्णादेवी ने की थी। दौरान उन्होंने पंचायतों और स्कूलों को बालविवाह के खिलाफ शपथ दिलाई और उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही शपथ लेने वालों की संख्या 25 करोड़ तक पहुंच जाएगी।शपथ ग्रहण समारोह में साशकीय हाई ईसकुल के प्राचार्य आर एस सिदार, शिक्षक एम् आर सान्देल, एन आर बड़ा, दीपमाला पटेल, प्रेम मति सक्रिय महिला, अहिल्या बाई माली पशु सखी, राज कुमारी वैष्णव तिरंगा महिला समूह की अध्यक्ष ग्राम विकास समिति के समन्वयक भारती महाना कार्यक्रम में उपस्थित रही।