अवैध महुआ शराब कारोबारी को 10 लीटर अवैध महुआ शराब के साथ फगुरम पुलिस ने भेजा जेल
सक्ती।इन दोनों फगुरम पुलिस अवैध महुआ शराब कारोबारियों के खिलाफ सख्त हो गई है, एक के बाद एक अवैध शराब कारोबारियों को जेल की हवा खिलाने में लगी हुई है।लगातार तीन लोगों को (आरोपी का पता पहला देवरघटा, दूसरा सारसकेला और तीसरा तौलीपाली) 34 (2) के तहत जेल भेज दिया गया है। दिनांक 22 सितंबर को
तौलीपाली के एक अवैध महुआ शराब कारोबारी को 10 लीटर अवैध महुआ शराब के साथ रंगे हाथो पकड़कर फगुरम पुलिस ने जेल भेजा है। साथ में उपयोग किए गए मोटरसाइकिल को भी जप्त कर लिया गया है।
इस संबंध में फगुरम पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक सक्ती अंकिता शर्मा के द्वारा जिले के थाना एवं चौकी क्षेत्र मे लगातार प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देश दिये जा रहे है निर्देश के पालन मे चौकी फगुरम प्रभारी उप निरीक्षक कमल मैरिषा के द्वारा लगातार अवैद्य शराब के खिलाफ कार्यवाही किया जा रहा है। इसी क्रम मे आज दिनांक 22.09.2024 को सउनि के के राठौर को जरिये मुखबीर सुचना मिली कि ग्राम तौलीपाली निवासी चरणदास बघेल ग्राम फगुरम मे अपने काला लाल रंग के पुराने बजाज प्लेटिना मोटर सायकल मे बिक्री करने हेतु भारी मात्रा में अवैद्य कच्ची महुआ शराब रख कर परिवहन कर रहा है मुखबीर सुचना के बारे मे उच्च अधिकारियों को अवगत कर उनके उचित दिशा निर्देश प्राप्त कर सूचना तस्दीक हेतु सउनि के के राठौर के द्वारा एवं अन्य स्टाफ व गवाहो के साथ आरोपी चरणदास बघेल पिता मुखीराम उम्र 38 वर्ष निवासी ग्राम तौलीपाली चौकी फगुरम थाना डभरा को ग्राम फगुरम बांधा तालाब के पास मे रेड कार्यवाही किये एवं मौके पर तलाशी/बरामदगी पंचनामा तैयार कर आरोपी के कब्जे से उसके मोटर सायकल की तलाशी लेने पर मोटर सायकल की डिक्की मे एक सफेद रंग के प्लास्टिक मे रखे 10 लीटर लगभग हाथ भटटी से बना कच्ची महुआ शराब किमती 1000/-रू. एवं पुराने मोटर सायकल बजाज प्लेटिना कीमति 20,000 रू. को बरामद किया गया आरोपी के द्वारा जप्त शराब के संबंध में कोई वैद्य दस्तावेज प्रस्तुत नही कर पाने पर शराब को जप्त कर अपराध क्रमांक 339/2024 धारा 34 (2) आबकारी एक्ट के तहत अपराध कायम कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया है। उक्त कार्यवाही में चौकी फगुरम प्रभारी कमल मैरिषा, सउनि के के राठौर, प्र.आर. लक्ष्मी नारायण रठौर, अविनाश देवांगन, रोशन चन्द्रा, जयदेव साहु, मोहन सिदार, सुभाष राज, संतोष गोंड़, कामता मार्चे का योगदान रहा।