हमारा एक एक मत संविधान,लोकतंत्र और देश को मजबूत करेगा – जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा रायगढ़
“जिस तरीके से देश में झूठ,नफरत,हिंसा, घृणा,का जहर बोया जा रहा है देश की एकता अखंडता सभ्यता संस्कार और देश सर्व धर्म समभाव की बुनियादी ढांचे एवं पवित्र भावना के लिए काफी खतरनाक है।आने वाली पीढ़ी को हम कैसा भारत सौंपेंगे?
देश में बढ़ती बेरोजगारी ,मंहगाई,भ्रष्टाचार ,चरमराती अर्थव्यवस्था , गरीब – अमीरों के बीच बढ़ती खाई,गिरती संसदीय परंपरा व मर्यादा,संविधानिक संस्थाओं को तबाह करने की साजिश ,संविधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करनाऔर देश की परिसंपदा पूंजीपतियों कॉरपोरेट्स को कौड़ी के दाम बेचे जाने, तथा लोकतंत्र और संविधान पर हो रहे सुनियोजित हमले पर गहन चिंता व्यक्त की गई।
अखिल भारतीय शांति एकजुटता संगठन, इप्टा,जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा, एवं जनसंगठनों के संयुक्त मंच की बैठक में देश की वर्तमान राजनैतिक सामाजिक एवं आर्थिक सांस्कृतिक विषयों पर गहन विचार विमर्श किया गया। राजनीति,संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों एवं आदर्श का बहुत ह्रास हुआ है। यहां तक कि सर्वोच्च न्यायालय के माननीय न्यायमूर्तियों को जनता से संविधान और लोकतंत्र को खतरे से बचाने की अपील करना पड़ा। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में खुलेआम गड़बड़ियां सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़ा यह लोकतंत्र की हत्या है,, किसानों के जायज मांगों पर बात न कर, उनके ऊपर,सड़कों को बंद करना ,बड़े बड़े कील, गड्ढे,सीमेंट की दीवार, तार की घेरे बंदी ,आंसू गैस के गोले और न जाने क्या क्या अत्याचार दमन किए गए। उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, आंदोलनजीवी जैसे शर्मनाक अलंकरणों से अलंकृत किया गया। किसानों,छात्रों,महिलाओं के आत्म हत्या के मामलों में चिंताजनक वृद्धि,संवैधानिक संस्थाओं को तहस नहस कर तानाशाही रुख अख्तियार करना,इन संस्थाओं का राजनैतिक दुरुपयोग,डर-भय आतंक का वातावरण, इलेक्ट्रॉल बॉन्ड की योजना को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवैध घोषित किया जाना,देश के धार्मिक सद्भाव को नष्ट कर नफरत,द्वेष,हिंसा की राजनीति करना, राज्यों को हिंसा की आग में झोंक देना उसका समाधान न निकालकर मौन हो जाना,धर्म के नाम पर धर्माचार्यों में विभेद अलगाव पैदा करना,सांप्रदायिक धार्मिक भेदभाव का ज़हर फैलाना,पुलवामा कांड की जांच न कर सही तथ्यों को सामने न लाना,लाशों की ढेर पर हैवानियत की राजनीति करना, लिखने, पढ़ने, बोलने की अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाना,कला,साहित्य,संगीत,इतिहास सब कुछ एक पक्षीय करना,तार्किक बहस पर रोक लगाना,संविधान की उद्देशिका उसकी मूल आत्मा को लगातार चोट पहुंचाने व उसे तहस नहस करने की कुचेष्टा करना और आदर्श लोकतंत्र आचरण सभ्यता का लगातार निम्न स्तर पर पहुंचना, देश हित के लिए काफी खतरनाक है। आज देश गंभीर खतरनाक दौर से गुज़र रहा है। देश की आत्मा को बचाने की जरूरत है।
*ऐसी विषम और जटिल परिस्थितियों में अपनी अपनी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर पूरी ताकत के साथ देश की राजनैतिक सुचिता, मानवता, इंसानियत, सभ्यता, नैतिक मूल्य-आदर्श,लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए,पूरी चेतना और सही समझ के साथ आगे आकर, देश को हानि पहुंचाने वाली,राष्ट्र के खिलाफ सांप्रदायिक ,तानाशाही, अलगाववादी,धार्मिक उन्माद,झूठ, हिंसा,द्वेष,घृणा फैलाने वाली,पूंजीपरस्त राजनैतिक शक्तियों एवं दलों का खुलकर विरोध करें और उनके खिलाफ मतदान कर लोकतंत्र ,संविधान और ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तान हमारा’ की रक्षा करें ।। हम लोकतंत्र और संविधान पर विश्वास करने वालों के लिए यही शक्ति है ,सही और उचित समय है। हमारा एक एक मत संविधान,लोकतंत्र और देश को मजबूत करेगा।“*
*आगामी लोकसभा चुनाव में इन महत्वपूर्ण तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अनिवार्य रूप से मतदान कर लोकतंत्र को और अधिक समृद्ध करने और संविधान की हिफाजत करने की अपील की गई ।*
बैठक की अध्यक्षता वयोवृद्ध साम्यवादी साथी मुमताज भारती (पापा) संरक्षक इप्टा , मुख्य अतिथि अखिल भारतीय शांति एकजुटता संगठन के राज्य पदाधिकारी एवं विचारक डॉ परिवेश मिश्रा एवं संचालन वरिष्ठ साथी बासुदेव शर्मा एडवोकेट सचिव जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा ने की । बैठक में साथी गणेश कछवाहा ,,डॉ राजू प्रसिद्ध चिकित्सक ,रविंद्र चौबे,भरत निषाद सचिव युवराज आजाद,श्याम देवकर,इप्टा एवं aipso,मदन पटेल संयुक्त किसान मोर्चा,राजेश त्रिपाठी ,सविता रथ जनचेतना मंच,शेख कलीमुल्ला ट्रेड यूनियन काउंसिल, के के एस ठाकुर सीनियर सिटीजन, एस डी यादव इंजीनियर,हर्ष सिंह प्रगतिशील लेखक संघ,लंबोदर साव छत्तीसगढ़ किसान सभा, जयंत बोहिदार जुझारू नेता,रघुवीर प्रधान एकता परिषद,सुभाष रथ ,गणेश मिश्रा ,महादेव प्रसाद अग्रवाल सीनियर सिटीजन , एवं जगदीश प्रधान आदि सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सक्रिय सहभागिता की ।
बासुदेव शर्मा , सीनियर एडवोकेट
सचिव
जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा
जन सनगठनों का संयुक्त मंच
रायगढ़, छत्तीसगढ़।