सुशासन तिहार-2025 – आरोपियों की धरपकड़ में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मान।

● *क्राइम मीटिंग: सुशासन तिहार-2025 को लेकर पुलिस अधीक्षक ने दी जन समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश*

● *बैठक में छह माह से अधिक पुराने अपराधों की केसवार समीक्षा, लंबित अपराध मर्ग प्रकरणों के शीघ्र निपटारे के निर्देश*

● *लंबित शिकायतों के शीघ्र निराकरण और सड़क दुर्घटना, चोरी के मामलों की विशेष समीक्षा*

● *बदमाशों की निगरानी और गश्त व्यवस्था सुदृढ़ करने पर जोर*

● *सामुदायिक पुलिसिंग और आरोपियों की धरपकड़ में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मान*

*8 अप्रैल, रायगढ़*। जिले में “सुशासन तिहार-2025” कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग कुमार पटेल ने मंगलवार को पुलिस कंट्रोल रूम में जिले के समस्त पुलिस राजपत्रित अधिकारियों, थाना एवं चौकी प्रभारियों की बैठक ली। बैठक के दौरान उन्होंने राज्य शासन की प्राथमिकताओं को गंभीरता से अमल में लाने के निर्देश देते हुए कहा कि “सुशासन तिहार-2025” के तहत जन संवाद और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम तीन चरणों में आयोजित हो रहा है, जिसका उद्देश्य नागरिकों, शासन और प्रशासन के बीच संवाद को सशक्त बनाना है। पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे रोजाना दो-तीन ग्रामों में जन चौपाल लगाकर जनता की समस्याएं सुनें और उनका यथासंभव मौके पर ही समाधान करें। साथ ही 8 अप्रैल से 31 मई तक प्राप्त होने वाली सभी शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु जिला पुलिस कार्यालय में विशेष सेल का गठन किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए कि अवैध शराब, जुआ, सट्टा, चोरी और कबाड़ से संबंधित शिकायतों पर लगातार सघन कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि “सुशासन तिहार” के अगले चरण में समाधान शिविरों का आयोजन शुरू होगा, जिसके लिए थानों की समुचित तैयारी आवश्यक है। थाना प्रभारियों को थानों की साफ-सफाई, रिकॉर्ड, मालखाना एवं लंबित शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने बीट प्रभारियों को नियमित भ्रमण कर जन समस्याएं एकत्र करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में इसके बाद अपराध समीक्षा सत्र शुरू हुआ, जिसमें पुलिस अधीक्षक ने छह माह से अधिक समय से लंबित अपराधों और मर्ग प्रकरणों की बारीकी से समीक्षा कर प्रभारियों को त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। एक माह से अधिक समय से लंबित चालानों पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने शीघ्र पेश करने की हिदायत दी। सड़क दुर्घटनाओं और चोरी के मामलों में सख्त समीक्षा करते हुए उन्होंने दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में जरूरी सुधार और बदमाशों की सघन जांच व गश्त को और अधिक प्रभावी बनाने पर बल दिया। गिरफ्तार आरोपियों के फिंगरप्रिंट लेने और नेफिस कार्यालय में अपलोड करने की प्रक्रिया को भी अनिवार्य बताया।
अपराध समीक्षा के दौरान सामुदायिक पुलिसिंग के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। इनमें आरक्षक धीरेंद्र गोंड और डायल-112 चालक जनार चौहान (थाना घरघोड़ा) शामिल रहे, जिन्होंने प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को समय रहते वाहन में सुरक्षित प्रसव कराने में योगदान दिया। चौकी जोबी के प्रधान आरक्षक दशरथ लाल सिदार ने गुमशुदा महिला को तीन दिन के भीतर इंदौर से खोजकर परिजनों के सुपुर्द किया। हत्या के फरार आरोपी को 24 घंटे में पकड़ने में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले थाना घरघोड़ा के प्रधान आरक्षक पारसमणी बेहरा, आरक्षक हरीश पटेल और उधो पटेल की पीठ थपथपाई गई और उन्हें शुभकामनाएं दी गईं।
बैठक में नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा, उन्नति ठाकुर, उत्तम प्रताप सिंह, सुशांतो बनर्जी, एसडीओपी धरमजयगढ़ सिद्धांत तिवारी, एसडीओपी खरसिया प्रभात पटेल, प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मेहर सहित सभी थाना व चौकी प्रभारी, एसपी स्टेनो, रीडर, एस्टेब्लिशमेंट व डीसीबी प्रभारी उपस्थित रहे।

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