रायगढ़ में पुलिस अधिकारियों के लिए आईटी एक्ट और साइबर फ्रॉड पर कार्यशाला आयोजित।

रायगढ़ में पुलिस अधिकारियों के लिए आईटी एक्ट और साइबर फ्रॉड पर कार्यशाला आयोजित

*29 मार्च, रायगढ़*। पुलिस नियंत्रण कक्ष में आज पुलिस जांचकर्ताओं और कर्मचारियों के लिए आईटी एक्ट और साइबर फ्रॉड पर विशेष कार्यशाला आयोजित की गई। एसपी दिव्यांग पटेल के निर्देशन में प्रत्येक शनिवार को विभिन्न विषयों पर कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं, जिनका उद्देश्य जांच और विवेचना की गुणवत्ता में सुधार लाना है ताकि अपराधियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।
गत सप्ताह एनडीपीएस एक्ट पर कार्यशाला आयोजित की गई थी, जबकि इस सप्ताह आईटी एक्ट और साइबर अपराधों से जुड़े मामलों की समीक्षा की गई। कार्यशाला के दौरान आईटी एक्ट और साइबर फ्रॉड से जुड़े न्यायालयीन निर्णयों (केस डायरी) पर विस्तृत चर्चा हुई, साथ ही विवेचना में सामने आने वाली खामियों और उत्कृष्ट विवेचना के मानकों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
इस कार्यशाला में साइबर सेल डीएसपी अनिल विश्वकर्मा ने मुख्य वक्ता के रूप में आईटी एक्ट, साइबर अपराधों और उनकी रोकथाम पर जानकारी दी। उन्होंने पुलिस विवेचना में पाई जाने वाली त्रुटियों और उनके निराकरण के उपायों पर प्रकाश डाला। साथ ही, आईटी एक्ट के तहत साइबर अपराधों में लागू कानूनी धाराओं पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत प्राप्त होने पर सबसे पहले साइबर पुलिस पोर्टल पर कम्प्लेन दर्ज करानी चाहिए। इस प्रक्रिया को समझाने के लिए पुलिसकर्मियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। उन्होंने साइबर जागरूकता के तहत यह भी बताया कि लोग लालच में न पड़ें, अनजान लिंक पर क्लिक न करें, अज्ञात कॉल्स व संदेशों से सतर्क रहें और किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले पूरी जांच करें।
इस अवसर पर एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, डीएसपी उन्नति ठाकुर, उत्तम प्रताप सिंह सहित शहर के सभी थाना प्रभारियों ने अपने विवेचकों के साथ सहभागिता की, जबकि अन्य राजपत्रित अधिकारी और तहसील के थाना प्रभारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े। कार्यशाला को अत्यंत लाभकारी बताया गया, जिससे साइबर अपराधों की जांच को और प्रभावी बनाया जा सकेगा।

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